बुधवार, 28 फ़रवरी 2007

खर्चा कैसे घटाए : मुनाफा कैसे बढाए

व्यवसाय चाहे बड़ा हो या छोटा अगर अच्छा चल रहा है तो खर्चा घटा कर उसे ओर ज्यादा मुनफे वाला बनाया जा सकता है, ओर अगर सही नही चल रहा है तो खर्च मे कटोती कर के उसे पटरी पर लाया जा सकता है। हमे अपने व्यवसाय मे न जाने कितने भुगतान करने होते है ओर बिजली, पानी, टैलिफोन ओर न जाने कितने बिल चुकाने होते है। कई बार तो एसा लगता है कि इन खर्चो के लिए ही काम कर रहे है। पर सौ बातो की एक बात यह कि अगर आप इन सौ बातो का ध्यान रखे तो क्या मजाल की अपना धन्धा न चले।
मुझे कुछ बाते बहुत ही अच्छी लगी जो मैं यहा प्रस्तुत कर रहा हू शेष के लिए आप वेबसाईट पर जा कर पढ़ सकते है।
उर्जा खर्चा
1 फ्लोरोसेन्ट बल्ब का इस्तेमाल करे।
2 उपकरण जैसे कम्प्युटर मानिटर, फोटोस्टेट मशीन इत्यादी जब काम ना हो रहा हो तो बन्द कर दे।
3 'एसी' के थर्मोस्टेट को सामान्य से कुछ कम तप पर रखे व पंखे को चला कर 'एसी' का खर्चा कम करे।
4 कम्प्युटर के मामले मे 'टी एफ टी ' का इस्तेमाल करें। 'पी सी' की बजाए 'लैपटाप' कम उर्जा का इस्तेमाल करता है।

वित्तिय खर्चा
1 कम से कम एक तिहाई अग्रिम राशि ले कर काम करे।
2 अनजान ग्राहक को कम से कम उधार दें।
3 बिल जल्दी से जल्दी पहुचाए।
4 'पेमैन्ट' के मामले ढिले ग्रहको से जल्दी छुटकारा पा लें।

छुटमुट खर्चा
1 ग्राहको को खुद आने को कहे बजाए इसके कि आप जाए।
2 अखबार इत्यादि मे विज्ञापन का आकार छोटा रखे।
3 अपनी एक 'वेबसाईट' बना ले।

इस के ईलावा आप बाकी के सभी बिंदुओ पर भी गौर कर सकते है।

1 टिप्पणी:

ePandit ने कहा…

आपकी कमेंट कुछेक बार रविरतलामी जी के ब्लॉग पर पढ़ी थी। आज ब्लॉग सर्च से आपके इस हिन्दी ब्लॉग पर पहुँचा। अगर आप हिन्दी में ब्लॉग लिखते हैं तो 'नारद' पर रजिस्टर क्यों नहीं कराते। क्या आप नारद के बारे में नहीं जानते ?

'नारद' एक साइट है जिस पर सभी हिन्दी चिट्ठों की पोस्टें एक जगह देखी जा सकती हैं। हिन्दी चिट्ठाजगत में चिट्ठों पर आवागमन नारद के जरिए ही होता है। अतः इस लिंक पर जाकर अपना चिट्ठा पंजीकृत करवा लें।